1) एक डोर में सबको बाँधती ,वह हिंदी है
1) *एक डोर में सबको बाँधती ,वह हिंदी है*
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हिंदी भाषा है महान
हिंद देश की है जान
हिंदी का न हो अपमान
करो हिंदी पर अभिमान
स्वयं को शिष्टाचार में उतारो
बच्चों को संस्कार में ढालो
सब मिल हिंदी मे बात करो
सुसंस्कृति परिवार बनाओ
घिट-पिट सिट-पिट से मुख मोड़ो
अंकल - आंटी शब्द छोड़ो
चाचा-चाची संग रिश्ता जोड़ो
रिश्तों में प्रेम का बीज बोओ
हिंदी एक डोर में बांधती सबको
अन्य भाषाओं का सम्मान करो
हिंदी को छोड़,गले हड्डी में न लटकाओ
हिंदी को राष्टभाषा का मान दिलाओ
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आभा मिश्रा-कोटा
(स्वरचित एवं मौलिक रचना सर्वाधिकार सुरक्षित)
# आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां
Shashank मणि Yadava 'सनम'
10-Sep-2023 05:48 PM
Nice
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
10-Sep-2023 05:47 PM
Nice
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